मंगलवार, 22 फ़रवरी 2011

अहिंसा महासभा के लिए तैयारियाँ ज़ोरों पर

सभी अहिंसा प्रेमी एकजुट
मुलुंड, रविवार, २० फरवरी २०११
मुलुंड.में होने वाली विराट अहिंसा महासभा के लिए तैयारियां पूरे जोर पर हैं. अखिल भारतीय कत्लखाना एवं हिंसा विरोध समिति की मुलुंड एवं वाशी शाखाओं के कार्यकर्ता इस सभा को इतिहास में अविस्मरणीय बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. कुछ कार्यकर्ता तो रात को २-२ बजे तक काम में जुटे हैं.
सभी कार्यकर्ताओं के मन में सिर्फ एक ही उमंग और जोश है कि गुरुवर मुनिश्री विरागसागरजी महाराज एवं मुनिश्री विनम्रसागरजी महाराज ने जो ‘कत्लखाना मुक्त भारत’ का सपना देखा है उसे पूरा करने के लिए जन-जन को जगाना है. हर उस व्यक्ति को कत्लखाना विरोध अभियान से जोड़ना है जो गाय को गोमाता मानता और उसकी पूजा करता है तथा जिसके दिल में अहिंसा देवी का वास है.
१. ‘महामंत्र नवकार की आराधना
इसी क्रम में मुलुंड पश्चिम में स्थित भव्य ज़वेर रोड जैन मंदिर में प्रातः ५ बजे से गुरुदेव के सान्निध्य में १५०० जैन धर्माबलंबियों ने ‘महामंत्र नवकार की आराधना की और वीतरागी तीर्थंकर भगवंतों से मूक पशुओं की निर्मम हत्याओं को रोकने हेतु प्रार्थना की.
२. अधिवक्ता सम्मलेन
दोपहर में १२ बजे से पशु-अधिकारों/जीवदया सम्बन्धी मामलों को लड़ने वाले २५ नामचीन कानूनविद/वकील/अधिवक्ताओं ने गुरुवर से भेंट की और उनको आश्वासन दिया कि वे सभी गुरुवर के द्वारा शुरू किये गए ‘अखिल भारतीय कत्लखाना विरोध अभियान’ में कानूनी लड़ाइयाँ लड़ने लिए पूरा सहयोग देंगे. इस अवसर पर उपस्थित वकीलों ने ‘वर्ल्ड पीस फाउन्डेशन’ की स्थापना की गयी. जिसमें इस बात का संकल्प पारित किया गया कि उन सभी उपभोक्ता वस्तु बनाने वाली कंपनियों के विरुद्ध कानूनी शिकायत दर्ज कारई जाये जो खाने-पीने की शाकाहारी वस्तुओं में पशु-अंग/घटक आदि की मिलावट कर रहे हैं तथा ऐसे पदार्थों के पैकेट्स पर शाकाहार का ‘हरा निशान’ लगाकर शाकाहारियों के साथ छल कर रहे रहें.
ज्ञात रहे पिछले काफी समय से समाचार सुनने में आ रहे हैं कि कुछ नामी कम्पनियों के चिप्स/वेफर्स/बिस्किट्स/पैक्ड जूस/शीतल पेय/मसाले/आइसक्रीम आदि खाद्य पदार्थों में जानवरों की चर्बी/अंग/जानवरों का खून /हड्डी-चूर्ण आदि की मिलावट की जा रही है.
तो आप भी आइये इस महान कार्य में सहभागी बनिए, हम सभी पशु-प्रेमियों/गोरक्षकों/अहिंसा प्रेमियों से विनम्र अनुरोध करते हैं कि आप २७ फरवरी को अपने परिवार के साथ इस महासभा में पधारकर कार्यक्रम को सफल बनाएँ.

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