शुक्रवार, 2 मार्च 2012

संडे हो या मंडे, कभी ना खाओ अंडे



मुर्गियों के साथ की जाने वाली भीषण क्रूरता आपको अंडे का सेवन छुड़वाने के लिए काफी नहीं है तो अब अंडा खाने वालों के लिए एक और सचेत कर देने का कारण हमारे पास है कि वे अब शाकाहार को अपना लें और अंडे को ‘टाटा-बाय-बाय’ कर दें. हाल में ही यूएसए टुडेएक रिपोर्ट छपी है जिसके अनुसार अमेरिका के मिनिसोटा में स्थित ‘ माइकल फूड्स’ कम्पनी ने सराअ (संयुक्त राज्य अमरीका) के ३४ राज्यों के अंडे वापस बुला लिए हैं कारण है अण्डों में पाया गया एक घातक विषाणु जिसका नाम है लिस्टेरिया. इस विषाणु से अन्य लक्षणों के साथ-२ प्राणघातक संक्रमण, तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, जी मिचलाना  आदि का खतरा रहता है.
यह अमरीका में इस वर्ष का पहला वाकया है इससे पहले वहाँ २०१० ‘ओहायो फ्रेस एग्स’ कम्पनी ने साल्मोनेला से दूषित ३ लाख अंडे और उसी वर्ष ‘राइट कंट्री एग’ ने २५ करोड़ अंडे वापस बुला लिए थे, अमरीका के इतिहास में अंडे वापस बुलाने की यह सबसे बड़ी घटना है .
बढ़ती हुई पशु-क्रूरता और बीमारी की जोखिम के कारण इस बात में कोई अचरज नहीं कि इस देश में ‘अण्डों’ की माँग बहुत तेज़ी से घट रही है. अमरीकी कृषि विभाग के अनुसार २००६ से लगातार अण्डों की खपत में कमी आ रही है.
पर हमारे देश में ‘प्रदूषित’ अंडे खुलेआम बेचे जा रहे हैं, मुर्गियों के पालन में पशु कल्याण कानूनों और न्यायालय के निर्देशों का कोई पालन नहीं करता है. अंडा बेचने वाली कम्पनियाँ और ‘राष्ट्रीय अंडा समन्वय समिति’ (National Egg Coordination Committee) ‘अंडे’ का झूठा और भ्रामक प्रचार –टीवी विज्ञापन करके आने वाली पीढ़ी को मांसाहारी बनाने पर तुली हुई हैं .
यदि हमारे देश में अण्डों का निष्पक्ष प्रयोगशाला परीक्षण किया जाए तो ‘भयानक परिणाम’ सामने आ सकते हैं. जैसा कि हम दूध-घी के नमूनों की जांच में देख चुके हैं जिसमें देशभर के ७५-९०% तक नमूने दूषित पाए गए थे.
आम उपभोक्ता के लिए यही समझदारीभरा निर्णय होगा कि वह जीवदया को बढ़ावा देने/ पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता को रोकने के लिए और गंभीर बीमारियों तथा मौत की जोखिम को कामकरने के लिए शाकाहार अपनाये, अण्डे और इससे बनने वाले केक, बिस्किट, पेस्ट्री, आइसक्रीम आदि को हमेशा के लिए त्याग दे. बेकिंग विदाउट एग्स के लिए क्लिक कीजिए.

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