यह खूनी हीरा (ब्लड डायमंड) है क्या?
अफ्रीका महाद्वीप के कुछ देशों में विद्रोही लोग विभिन्न देशों की सरकारों का तख्ता पलटने के लिए हथियार खरीदते हैं लेकिन उन हथियारों का भुगतान हीरों से करते हैं। ये हीरे खदानों से अवैध तरीके से बंदूकों के बल पर खनन करवा कर निकलवाए जाते हैं। इन खदानों पर कब्जे के लिए जबर्दस्त खूनखराबा होता रहता है।
सिएरा लियोन में दस वर्ष खूनखराबा हुआ जिसमें लाखों मारे गए। विद्रोही बंदूकों के बल पर खदानों से हीरे निकाल निकाल कर हथियार खरीदते रहे और लोग मारे जाते रहे। कुछ अन्य देशों जैसे अंगोला, आइवरी कोस्ट, कोंगो में भी ऐसा ही हुआ। अवैध हीरों के बल पर खड़े विद्रोहियों और सरकारी फौजों की लड़ाई में लाखों नागरिक मारे गए।
आखिरकार 2000 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन हीरों की खरीद बिक्री को अवैध घोषित कर दिय़ा। इन हीरों की खरीद बिक्री करने पर कड़े दंड का प्रावधान कर दिय़ा गय़ा। लाइबेरिय़ा के राष्ट्रपति को गिरफ्तार कर उस पर मुकदमा चलाया जा रहा है। उसने सिएरा लियोन के विद्रोहियों से हीरे लेकर उन्हें हथियार दिए थे।
आलोचकों का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इन हीरों की खरीद -बिक्री को अवैध घोषित करने का फैसला, दुनिया की सबसे बड़ी हीरा व्यापार कंपनी डी बियर्स के दबाव में लिया। डी बियर्स अपने ‘ट्रेडिंग आर्म’ डायमंड ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन यानी डाट्रेका के द्वरा विश्व भर में हीरों के कुल कारोबार में से 80 प्रतिशत कारोबार करती है और सस्ते हीरों के चलते उसके काफी नुकसान हो रहा था।
अफ्रीका महाद्वीप के कुछ देशों में विद्रोही लोग विभिन्न देशों की सरकारों का तख्ता पलटने के लिए हथियार खरीदते हैं लेकिन उन हथियारों का भुगतान हीरों से करते हैं। ये हीरे खदानों से अवैध तरीके से बंदूकों के बल पर खनन करवा कर निकलवाए जाते हैं। इन खदानों पर कब्जे के लिए जबर्दस्त खूनखराबा होता रहता है।
सिएरा लियोन में दस वर्ष खूनखराबा हुआ जिसमें लाखों मारे गए। विद्रोही बंदूकों के बल पर खदानों से हीरे निकाल निकाल कर हथियार खरीदते रहे और लोग मारे जाते रहे। कुछ अन्य देशों जैसे अंगोला, आइवरी कोस्ट, कोंगो में भी ऐसा ही हुआ। अवैध हीरों के बल पर खड़े विद्रोहियों और सरकारी फौजों की लड़ाई में लाखों नागरिक मारे गए।
आखिरकार 2000 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने सख्त कार्रवाई करते हुए इन हीरों की खरीद बिक्री को अवैध घोषित कर दिय़ा। इन हीरों की खरीद बिक्री करने पर कड़े दंड का प्रावधान कर दिय़ा गय़ा। लाइबेरिय़ा के राष्ट्रपति को गिरफ्तार कर उस पर मुकदमा चलाया जा रहा है। उसने सिएरा लियोन के विद्रोहियों से हीरे लेकर उन्हें हथियार दिए थे।
आलोचकों का कहना है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इन हीरों की खरीद -बिक्री को अवैध घोषित करने का फैसला, दुनिया की सबसे बड़ी हीरा व्यापार कंपनी डी बियर्स के दबाव में लिया। डी बियर्स अपने ‘ट्रेडिंग आर्म’ डायमंड ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन यानी डाट्रेका के द्वरा विश्व भर में हीरों के कुल कारोबार में से 80 प्रतिशत कारोबार करती है और सस्ते हीरों के चलते उसके काफी नुकसान हो रहा था।
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